Class 10 History chapter 1 Notes ( Hindi ) – यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय

Class 10 History chapter 1 Notes : वर्ग 10वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए नए पाठ्यक्रम पर पूर्णतः आधारित एक अत्यंत महत्वपूर्ण लेख जिसमें आपके बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने वाले सभी अतिलघु, लघु तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों पर आधारित इस आर्टिकल में सामाजिक विज्ञान के इतिहास विषय के पहले अध्याय यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय इस अध्याय का संपूर्ण नोट्स दिया गया है।

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Table of Contents

Class 10 History chapter 1 Notes – Overview

Class10th
Subject History ( sst )
Article Class 10 History chapter 1 Notes
LanguageHindi
Types of Questions Very short, Short, Long Questions
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Class 10 History chapter 1 Notes
Class 10 History chapter 1 Notes

अतिलघु और लघु उत्तरीय प्रश्न ( Class 10 History chapter 1 Notes )

विद्यार्थी इस आर्टिकल का यथेष्ट उपयोग करके परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में सफल होगे, क्योंकि हमारे इस नोट्स की सहायता से कम समय में पढ़कर शत-प्रतिशत सफलता प्राप्त की जा सकती है।

रूढ़िवादी कौन थे ?

उत्तर- उदारवादियों के विपरीत रूढ़िवादी वे लोग थे जो यह मानते थे कि राज्य और समाज की स्थापित पारंपरिक संस्थाएँ, जैसे राजतन्त्र, चर्च, सामाजिक ऊँच-नीच, सम्पत्ति और परिवार को बनाए रखना चाहिए।

काउंट कैमिलो दे कावूर कौन था ?

उत्तर- काउंट कैमिलो दे कावूर इटली के सार्जीनिया-पीडमॉण्ट राज्य का मंत्री प्रमुख था। उसने इटली के प्रदेशों को स्वीकृत करने वाले आन्दोलन का नेतृत्व किया।

ज्युसेपी मेत्सिनी कौन था ?

उत्तर- ज्युसेपी मेत्सिनी इटली का एक महान क्रांतिकारी था। जिसने यंग इटकी और यंग यूरोप की स्थापना की थी।

यंग इटली’ क्या था ? इसकी स्थापना किसने की ?

उत्तर- यंग इटली’ एक गुप्त क्रांतिकारी संगठन था। इसकी स्थापना 1830 ई० के दशक में ज्युसेपी मेत्सिनी ने एकीकृत इटली के विचारों को प्रसारित करने के लिए की थी।

जनमत-संग्रह से क्या समझते हैं?

उत्तर- एक प्रत्यक्ष मतदान जिसके जरिए एक क्षेत्र के सभी लोगों से एक प्रस्ताव को स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए पूछा जाता है।

निरंकुशवाद से आप क्या समझते हैं?

उत्तर-ऐसी सरकार या शासन व्यवस्था जिसकी सत्ता पर किसी प्रकार का कोई अंकुश नहीं होता। ऐसी राजशाही सरकारों को निरंकुश सरकार कहा जाता है जो –

  • अत्यंत केन्द्रीकृत,
  • सैन्य बल पर आधारित और
  • दमनकारी सरकारें होती थीं।

कल्पनादर्श (यूटोपिया) क्या है ?

उत्तर- एक ऐसे समाज की कल्पना जो इतना आदर्श है कि उसका साकार होना लगभग असंभव होता है।

1815 की वियना संधि के क्या उद्देश्य थे ?

उत्तर- युद्धों को रोकने के लिए एक संविधान का निर्माण, पराजित राष्ट्रों द्वारा विजयी राष्ट्रों को क्षतिपूर्ति, फ्रांस तथा अन्य राजतंत्रों को फिर से बहाल करना तथा दास प्रथा की समाप्ति ।

ऑटोमन साम्राज्य से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर- ऑटोमन साम्राज्य अर्थात् उस्मानी सल्तनत 1299 में पश्चिमोत्तर अनातोलिया में स्थापित एक तुर्क राज्य था। इस साम्राज्य के अंतर्गत पश्चिम एशिया और यूरोप के कुछ देश आते थे। जिसके संस्थापक उस्मान प्रथम थे। महमद द्वितीय द्वारा 1493 में कुस्तुंतुनिया जीतने के बाद यह एक साम्राज्य में बदल गया। प्रथम विश्वयुद्ध 1919 में पराजित होने पर इसका विभाजन कर इस पर अधिकार कर लिया गया।

राष्ट्रवाद से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- राष्ट्रवाद किसी भी राष्ट्र की सामूहिक पहचान है। यह निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाली जनता जब स्वयं को एक समान संस्कृति, इतिहा धार्मिक मान्यताओं आदि से जुड़ी हुई महसूस करती है, तो राष्ट्रवाद के नाम से जाना जाता है।

राष्ट्रवाद से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- राष्ट्रवाद किसी भी राष्ट्र की सामूहिक पहचान है। यह निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाली जनता जब स्वयं को एक समान संस्कृति, इतिहास, धार्मिक मान्यताओं आदि से जुड़ी हुई महसूस करती है, तो उसे राष्ट्रवाद के नाम से जाना जाता है।

उदारवाद से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- उदारवाद शब्द लातीन भाषा के ‘Liber’ शब्द से निकला है जिसका अर्थ है ‘आजाद । इस प्रकार उदारवाद का अर्थ हुआ, व्यक्ति के लिए आजादी, कानून के समक्ष सबकी बराबरी, निरंकुश शाासक और पादरी वर्ग के विशेषाधिकारों की समाप्ति तथा संविधान तथा संसदीय प्रतिनिधि सरकार की स्थापना।

रूपक’ से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर- जब किसी अमूर्त विचार (जैसे- स्वतन्त्रता, मुक्ति, ईर्ष्या, लालच आदि) को किसी व्यक्ति या किसी चीज द्वारा इंगित किया जाता है तो उसे रूपक कहा जाता है।

नृजातीय से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- एक साझा नस्ली, जनजातीय या सांस्कृतिक उद्गम अथवा पृष्ठभूमि जिसे कोई समुदाय अपनी पहचान मानता है।

वियना काँग्रेस कब और किसके द्वारा आयोजित की गई थी ?

उत्तर- वियना काँग्रेस 1815 ई० में ऑस्ट्रिया के चांसलर ड्यूक मैटेरनिख द्वारा आयोजित की गई थी।

बिस्मार्क कौन था ? उसने कौन-सी नीति अपनाई ?

उत्तर- बिस्मार्क जर्मनी का एक महान नेता था। बिस्मार्क ने जर्मनी के एकीकरण के लिए बहुत अधिक प्रयत्न किए। एकीकरण के लिए उसके द्वारा अपनाई गई नीति ‘रक्त और लौड’ (खून और खड्ग) की नीति के नाम से इतिहास में प्रसिद्ध है।

वियना संधि की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख करें।

उत्तर- वियना संधि की मुख्य विशेषताएँ-

  • (1) नेपोलियाई युद्धों के दौरान हुए बदलावों को खत्म करना।
  • (ii) बूर्वी वंश को सत्ता में पुनः बहाल करना।

रक्त और लौह की नीति से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- प्रशा की संसद की अवहेलना करते हुए जर्मनी के एकीकरण के लिए प्रधानमंत्री बिस्मार्क ने रक्त और लोहे की नीति अपनाई। बिस्मार्क को शक्ति पर अटूट विश्वास था। अतः सेना पर विश्वास करके रक्त और लौह नीति का अवलंबन किया जिसके परिणामस्वरूप जर्मनी का एकीकरण हुआ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ( Class 10 History chapter 1 Notes )

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इटली एकीकरण की प्रक्रिया का संक्षिप्त में वर्णन करें।

अथवा,

इटली के एकीकरण में शासक विक्टर इमेनुएल, मंत्री प्रमुख कावूर और ज्युसेपे गैरी बॉल्डी की क्या भूमिका थी ? चर्चा करें।

उत्तर- इटली एकीकरण की प्रक्रिया-

  • (क) इटली अनेक वंशानुगत राज्यों तथा बहु-राष्ट्रीय मार्ग साम्राज्य में बिखरा हुआ था।
  • (ख) युद्ध के जरिये इतालवी राज्यों को जोड़ने की जिम्मेदारी सार्डिनिया-पीडमॉण्ट के शासक विक्टर इमेनुएल द्वितीय पर थी।
  • (ग) मंत्री प्रमुख कावूर, जिसने इटली के प्रदेशों को एकीकृत करने वाले आन्दोलन का नेतृत्व किया।
  • (घ) कावूर ने फ्रांस से सार्डिनिया-पीडमॉण्ट की एक चतुर कूटनीतिक संधि की। फ्रांस की मदद से 1859 में ऑस्ट्रियाई बलों को हरा पाने में कामयाब हुआ।
  • (ङ) ज्युसेपे गैरीबॉल्डी के नेतृत्व में भारी संख्या में सशस्त्र स्वयं सेवकों ने इस युद्ध में हिस्सा लिया।
  • (च) 1860 में ये दक्षिण इटली और दो सिसिलियों के राज्य पर कब्जा जमाया। अन्त में स्पेनी शासक को हटाने के लिए स्थानीय किसानों का समर्थन पाने में सफल रहे।

इस प्रकार इटली एकीकरण की प्रक्रिया में शासक विक्टर इमेनुएल, काबूर और ज्युसेपे गैरी बॉल्डी की विशेष भूमिका थी और 1861 में इमेनुएल द्वितीय को एकीकृत इटली का राजा घोषित किया गया।

मारीआन और जर्मेनिया कौन थे ? जिस तरह उन्हें चित्रित किया गया उसका क्या महत्त्व था ?

उत्तर- फ्रांस की क्रांति के दिनों में कलाकारों ने नारी-रूपकों का प्रयोग अमूर्त विचारों (स्वतंत्रता, मुक्ति, ईर्ष्या, लालच आदि) को प्रकट करने के लिए किया। कुछ कलाकारों ने इन महिला-रूपकों का प्रयोग एकता के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में किया।फ्रांस में राष्ट्र के प्रतीक के रूप में लोकप्रिय ईसाई नाम मेरिएन दिया गया। उसे लाल टोपी, तिरंगा और कलगी के साथ दिखाया गया और उसकी प्रतिमाएँ सार्वजनिक चौराहों पर लगाई गई ताकि लोगों को एकता के राष्ट्रीय प्रतीक की याद आती रहे।इसी प्रकार जर्मनी में. जर्मन राष्ट्र के प्रतीक के रूप में जर्मेनिया को रूपक माना गया। उसे बलूत वृक्ष के पत्तों के मुकुट से सजाया गया क्योंकि जर्मनी में बलूत को वीरता का प्रतीक माना जाता है।

अपने शासन वाले क्षेत्रों में शासन व्यवस्था को ज्यादा कुशल बनाने के लिए नेपोलियन ने क्या बदलाव किए ? किन्हीं तीन का उल्लेख करें।

उत्तर- फ्रांस की क्रांति के समय (1789-1815) जहाँ कही भी फ्रासीसी सेनाएँ गई उन्होंने राष्ट्रवाद की विचारधारा को अवश्य फैलाया अपने साम्राज्य के इस विस्तृत क्षेत्र जिसमें हालैंड, बेल्जियम, स्विटजरलैंड, इटली और जर्मनी आदि सम्मिलित थे, नेपोलियन ने अनेक प्रशासनिक सुधार किए जो वह पहले अपने देश फ्रांस में कर चुका था। ये सब कुछ उसने प्रशासन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और उसमें कुशलता लाने के लिए किया। उसका यह सुधार 1804 के सिविल कोड के नाम से प्रसिद्ध है। कई इतिहासकार इस कानून-संहिता को नेपोलियन कोड के नाम से भी पुकारते हैं।नेपोलियन द्वारा किए गए प्रमुख प्रशासनिक सुधार निम्नांकित हैं-

  • (क) जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिए गए और कानून के सामने सबकी बराबरी के नियम को लागू किया गया
  • (ख) सम्पत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया गया।
  • (ग) प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया गया, सामंती व्यवस्था को खत्म किया गया और किसानों को भू-दासत्व और जागीरदारी शुल्कों से मुक्ति दिलाई गई।
  • (घ) शहरों में भी कारीगरों के श्रेणी-संघों के विभिन्न नियंत्रणों को समाप्त कर दिया गया।
  • (ङ) यातायात और संचार व्यवस्था में सुधार किया गया।
  • (च) किसानों, मजदूरों, कारीगरों और नए उद्योगपतियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्वतन्त्रता प्रदान की गई।
  • (छ) मानक नापतौल के पैमाने चलाए गए और एक राष्ट्रीय मुद्रा चलाई गई।
  • (ज) एक इलाके से दूसरे इलाके में वस्तुओं और पूँजी के आवागमन में सहूलियतें दी गई।

नेपोलियन की संहिता की प्रमुख विशेषताएँ क्या-क्या थीं ?

उत्तर- नेपोलियन की संहिता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नांकित थीं-

  • (क) जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर कानून के समक्ष सबको समानता का नियम लागू किया गया।
  • (ख) सम्पत्ति के अधिकार को सुरक्षित किया गया।
  • (ग) प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाना सामंती प्रथा की समाप्ति, किसानों को भू-राजस्व और जागीरदारी शुल्क से मुक्ति।
  • (घ) कारीगरों के श्रेणी संघों के विभिन्न नियंत्रण की समाप्ति ।
  • (ङ) यातायात और संचार व्यवस्था में सुधार किया गया।
  • (च) मानक माप-तौल के पैमाने और नई मुद्रा चलाई गई।
  • (छ) वस्तुओं और पूँजी के राष्ट्रीय आवागमन में सहूलियतें दी गई।

राष्ट्रवादी संघर्षों में महिलाओं की भूमिका पर टिप्पणी लिखें।

उत्तर- राष्ट्रवादी संघर्ष में सारे संसार में महिलाओं ने बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की जो इस प्रकार हैं –

  • (क) राष्ट्रवादी संघर्षों में यद्यपि महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, फिर भी उदारवादी आंदोलन के अंदर महिलाओं को राजनीतिक अधिकार देने का मुद्दा विवादास्पद था।
  • (ख) महिलाओं ने अपने राजनीतिक संगठन स्थापित किए, अखबार शुरू किए तथा राजनीतिक बैठकों में भाग लेना प्रारम्भ किया।
  • (ग) परिणाम यह हुआ कि महिला अधिकारों के प्रति उदारवादियों तथा शासकों के विचारों में परिवर्तन हुआ तथा महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक अधिकारों का मार्ग प्रशस्त हुआ।

फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने क्या कदम उठाए? कोई तीन बिन्दु दें।

उत्तर-फ्रांस की कांति 1789 ई० में शुरू हुई। शीघ्र ही लोगों ने राजा और रानी से छुटकारा पाकर सत्ता की सारी बागडोर अपने हाथ में ले ली। फिर उन्होंने लोगों में एकता और संगठन बनाए रखने के लिए अनेक कदम उठाए जिनमें निम्नांकित प्रमुख हैं-

  • (क) सबसे पहले पितृभूमि और नागरिक जैसे विचारों ने एक संयुक्त समुदाय के विचार पर बल दिया।
  • (ख) एक नया फ्रांसीसी झंडा-तिरंगा चुना गया जिसने पहले के राज्यध्वज की जगह ले ली।
  • (ग) सक्रिय नागरिकों द्वारा चुनी गई एक सभा का गठन किया गया जिसका नाम नेशनल एसेंबली रखा गया।
  • (घ) राष्ट्र के नाम पर नई स्तुतियों रची गईं, शपथें ली गई और शहीदों का गुणगान हुआ।
  • (ङ) एक केन्द्रीय प्रशासनिक व्यवस्था लागू की गई जिसने सभी नागरिकों के लिए समान कानून बनाए।
  • (च) आंतरिक आयात-निर्यात शुल्क समाप्त कर दिए गए और नाप-तौल की एक समान व्यवस्था लागू की गई।

यूनानी स्वतंत्रता युद्ध पर टिप्पणी लिखें।

अथवा,

यूनान के स्वतंत्रता संग्राम पर ध्यान केंद्रित करते हुए बताएँ कि उन्नीसवीं सदी में राष्ट्र कैसे विकसित हुआ ?

  • (क) 15 वीं सदी में यूनान ऑटोमन साम्राज्य का हिस्सा बना। यूरोपीय राष्ट्रवाद से प्रेरणा पाकर यूनानियों ने 1821 ई० में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष प्रारम्भ किया। उस समय पश्चिमी यूरोप का भी समर्थन उसे प्राप्त हुआ।
  • (ख) साहित्यकारों ने यूनान को यूरोपीय सभ्यता का पालक बताया तथा यूनानी संस्कृति का महिमामंडन किया। इस प्रकार, यूनान- एक मुस्लिम साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष करने को तैयार हो गया।
  • (ग) यूनान के स्वतंत्रता संग्राम में रूमानीवाद को जोड़कर वहाँ के कवि और कलाकारों ने भी ऑटोमन साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष में हिस्सा लिया। ऐसा ही एक प्रसिद्ध कवि था लॉर्ड बॉयरन । लॉर्ड बॉयरन ने धन इकट्ठा किया और बाद में युद्ध में लड़ने भी गया जहाँ 1832 में बुखार से उसकी मृत्यु हो गई।
  • (घ) अंततः एक लंबे संघर्ष के बाद 1832 ई० में कुस्तुनतुनिया की संधि के द्वारा यूनान को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता प्राप्त हुई।

बाल्कन प्रदेशों में राष्ट्रवादी तनाव क्यों पनपा ? तीन कारणों का वर्णन करें।

  • (क) बाल्कन प्रदेशों में अनेक जातीय समूह निवास करते थे।
  • (ख) बाल्कन क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा ऑटोमन साम्राज्य के नियंत्रण में था जो अपने पतन के कगार पर था।
  • (ग) स्लाव-बाल्कन के जातीय समूह की उदारवादी और राष्ट्रवादी विचारों से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। अतः ये सभी जातीय समूह राष्ट्र राज्य की माँग करने लगे।
  • (घ) बाल्कन राज्य एक-दूसरे से भारी ईर्ष्या करते थे और हर एक राज्य अपने लिए ज्यादा से ज्यादा इलाका हथियाना चाहते थे।
  • (ङ) रूस, जर्मनी, इंग्लैण्ड, ऑस्ट्रो-हंगरी की हर ताकत बाल्कन पर अन्य शक्तियों की पकड़ को कमजोर करके क्षेत्र में अपने प्रभाव को बढ़ाना चाहती थी।इन सभी कारणों से बाल्कन प्रदेशों में राष्ट्रवादी तनाव पनपा ।

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