Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूलों में परीक्षा पैटर्न में बदलाव कर दिया गया है अब शिक्षा विभाग के द्वारा जानकारी दिया गया है प्राथमिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने एक महत्वपूर्ण पत्र जारी किया है जिसके तहत सभी प्रधानाध्यापक एवं BEO को संबोधित किया है परंतु पत्र के विषय एवं विवरण के बारे में जानकारी नहीं दिया गया है.
यदि आप बिहार राज्य के रहने वाले हैं और आपके घर में भी पढ़ने वाले बच्चे हैं जो बिहार के सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा में अध्यनरत है या फिर आप खुद एक स्टूडेंट है तो ऐसे में बहुत बड़ी अपडेट बिहार में अब सरकारी तथा सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय में पहले से 12वीं कक्षा तक में अध्यनरत विद्यार्थियों को मासिक परीक्षा नहीं देनी होगी
इसको लेकर प्राथमिक शिक्षा एवं समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने सभी प्रधानाध्यापक समेत BEO को पत्र जारी कर यह कहां है कि और पत्र में उन्होंने कहा है की परीक्षा प्रणाली में कोई बदलाव किए गए हैं जिसका जानकारी छात्र तथा छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को एवं संबंधित शिक्षकों को होना चाहिए.
छात्रों के लिए अब मासिक परीक्षा नहीं होगी केवल साप्ताहिक परीक्षा होंगी आयोजित .
इसमें कैलेंडर वर्ष 2025 के अंतर्गत विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए मासिक परीक्षा का आयोजन बिल्कुल नहीं किया जाएगा और आंतरिक मूल्यांकन के अंतर्गत साप्ताहिक परीक्षा प्रत्येक सोमवार को आयोजित किया जाएगा सोमवार को अवकाश रहने पर परीक्षा इसके अगले कार्य दिवस में लिया जाएगा और परीक्षा का आयोजन विद्यालय स्तर पर ही होने वाला है इसके साथ ही आंतरिक मूल्यांकन के पश्चात विद्यार्थी वह अभिभावक को मूल्यांकन से अवगत कराया जाएगा.

पहले से 12वीं कक्षा के लिए होगा यह नियम लागू
अब बिहार राज्य में पाली से आठवीं कक्षा तक में अध्यनरत विद्यार्थियों हेतु त्रैमासिक अर्धवार्षिक वी वार्षिक परीक्षा एनसीईआरटी व नवमी से 12वीं कक्षा तक में ध्यान रख विद्यार्थियों हेतु त्रैमासिक अर्धवार्षिक वार्षिक परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ही आयोजित किया जाएगा
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इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि निरीक्षण में पाया जा रहा था की मासिक परीक्षा संबंधी मूल्यांकन कार्य में खानापूर्ति की जा रही थी और परीक्षा का आयोजन वह कॉपी की जांच में कोई अनियमित पाई जा रही थी इसी कारण मासिक परीक्षा को स्थगित करते हुए मासिक परीक्षा का निर्णय लिया गया है.
यह है असली वजह जिससे यह नियम बनाया
इस विद्यालय प्रबंधन को परीक्षा आयोजन से लेकर कॉपी जांच करने तक का पर्याप्त समय दिया जाएगा इस मूल्यांकन की प्रक्रिया में महीने भर के पाठ्यक्रम को पूरा करने का तस्की स्कूलों को दिया जाता था इसके साथ ही परीक्षा का आयोजन किया जाता रहता था
परंतु पाठ्यक्रम पूरा करने से लेकर परीक्षा के आयोजन वह कॉपी जांच में खाना पूर्ति किए जाने का साक्ष्य निरीक्षण अधिकारियों को मिल रहा था इसी फीडबैक के अंतर्गत पर विभाग ने यह निर्णय लिया है कि अब शिक्षा विभाग की इस निर्णय से छात्रों को भी होगी आसानी